ब्राजील में कोरोना की मार: आधी आबादी को नहीं नसीब हो रहा भरपेट खाना, महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी -
ब्राजील में कोरोना की मार: आधी आबादी को नहीं नसीब हो रहा भरपेट खाना, महंगाई और बेरोजगारी बढ़ी - कोरोना के चलते ब्राजील में महंगाई और बेरोजगारी बढ़ गई है। हालात ये हैं कि करीब दो करोड़ लोग ब्राजील भुखमरी से मरने को मजबूर हैं। ब्राजील की आधी आबादी को भरपेट भोजन नसीब नहीं हो रहा है।ब्राजील पिछले एक साल से कोरोना वायरस का कहर झेल रहा है।
एक साल बाद भी हालत तस से मास नहीं हुए है। हर रोज करीब चालीस हजार केस मिल रहे है। और हजारो लोगो की जान ज रही है। कब्रिस्तानों में दफ़नाने के लिए जगह भी नहीं बची है। कोरोना के कारन ही मंहगाई और बेरोजगारी भी अधिक बढ़ रही है। हालत ये है की करीब दो करोड़ लोग ब्राजील में भूंख के मारे मरने को मजबूर है। ब्राजील की आधी आबादी को पेट भर भोजन नसीब ही नहीं हो रहा है।
कोरोना के कारण मरने वालो की संख्या में ब्राजील दूसरे नंबर पर है। और धीरे - धीरे और भी बुरे हालत की ओर बढ़ता जा रहा है। कोरोना के नए मामले मरने वाले ओर नई संक्रमण के मामले भी रिकॉर्ड तोड़ रहे है। अस्पताल में भी ऑक्सीज़न की कमी कारण भी जूझ रहे है। ब्राजील के हालत वाकई में चिंता जनक है गांव के लोगों की हालत ज्यादा खराब है।
नेटवर्क के अध्यक्ष रेनाटो मालूफ ने बताया कि ब्राजील के शहरों में तो फिर भी लोग सड़कों पर निकलकर खाना मांग सकते हैं, लेकिन गांवों में हालात बहुत खराब हैं क्योंकि वहां सड़कों पर खाना देने वाला भी नहीं मिलेगा। who के अनुसार कोरोना का ये संकट जून में सबसे चरम सीमा पर पहुंचेगा। कोरोना के कारण लोगो में दहसत भी बहुत अधिक हो रही है।
छुट्टिया भी आने वाली है ओर ये छुटिया नहीं एक जंग की तोर पर जिंदगी जीने को मजबूर है ब्राजील के लोग। ब्राजील के हालत बद - से - बदतर हो गयी है। कोरोना संक्रमण के साथ लड़ाई ये दिन सबसे अहम है ब्राजील के लोगो के लिए। वैसे तो पुरे विश्व के लिए ही कोरोना से लड़ाई के ये दिन एक प्रकार से संघर्स के साथ बीत रहे है।ब्राजील में वायरस के फैलाव ने अमेजन के जंगल में रहने वाले उन स्थानीय लोगो का अस्तित्व भी खतरे में दाल दिया है।
जो की अब भी शहरो से दूर पारम्परिक तरीको से जीवन बिताते है। ओर कोरोना के कारण ही इस समुदाय के लोगो की मोत हुयी है ओर अब दर ये है की कहीं covid 19 के कारण पूरा का पूरा समुदाय ही नष्ट न हो जाये। कोरोना संकट ने अब ब्राजील में अपना नया मोर्चा खोल दिया है। हर दिन मरीजों और मौत की तादाद तेजी से बढ़ रही है। कोरोना के कारण ब्राजील के सिर्फ शहरी लोग ही नहीं अमेजन के जंगलों में रहने वाले आदिम समुदाय भी खतरे की चपेट में आए हैं। अगर जल्दी ही कुछ नहीं किया गया तो कई समुदायों के मिट जाने का खतरा है।
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Article Posted By: Manju Kumari
Work Profile: Hindi Content Writer
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